तिब्बत हाउस - नालंदा इंट्रोडक्टरी कोर्स

तिब्बत हाउस, नई दिल्ली के निर्देशक का नालंदा इंट्रोडक्टरी कोर्स (बैच 1) के आवेदकों के लिए वीडियो संदेश

ऑनलाइन पंजीकरण - नालंदा इंट्रोडक्टरी कोर्स (बैच 1)

एन.आई.सी-1 के लिए पंजीकरण 28 अप्रैल 2025 से 28 मई 2025।

हिंदी अनुवाद के साथ एन.आई.सी-1 के बारे में पंजीकरण फॉर्म के लिए कृपया – यहाँ क्लिक करें – (Click Here)

अंग्रेजी में एन.आई.सी-1 के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया (For more details about NIC1 for English Speaking) – यहाँ क्लिक करें – (Click Here)

रूसी अनुवाद के साथ एन.आई.सी-1 के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया (Более подробную информацию о NIC1 с переводом на русский язык можно найти здесь) – यहाँ क्लिक करें – (Click Here)

फ्रेंच अनुवाद के साथ एन.आई.सी-1 के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया (Pour plus de détails sur NIC1 avec interprétation simultanée en français) – यहाँ क्लिक करें (Cliquez ici)

लद्दाखी अनुवाद के साथ एन.आई.सी-1 के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया nalandathladakh@gmail.com पर ईमेल करें (ལ་དྭགས་ཀྱི་སྐད་སྒྱུར་ཐོག་ NIC 1 གི་སློབ་ཚན་གྱི་སྐོར་ལ་ཞིབ་གསལ་ཤེས་འདོད་ཡོད་ན། གཤམ་དུ་ཡོད་པའི་གློག་འཕྲིན་ཁ་བྱང་གི་ཐོག་འབྲེལ་བ་གནང་དགོས nalandathladakh@gmail.com

किसी भी प्रश्न के लिए कृपया

nalandacourses@tibethouse.in पर ईमेल करें।

नालंदा इंट्रोडक्टरी कोर्स का अवलोकन

पाठ्यक्रम शुल्क (फीस)

पाठ्यक्रम की कुल फीस इस प्रकार होगी:

 

भिक्षु तथा भिक्षुणियो के लिये 

पाठ्यक्रम शुल्क : 0  रुपये (100 % छात्रवृत्ति )

 

मान्यता प्राप्त स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्रों के लिए:

पाठ्यक्रम शुल्क : 250 रुपये (75% छात्रवृत्ति)

 

एन.एम.सी 1 , एन.एम.सी 2 , एन.डी.सी 1 , एन.डी.सी 2 , एन.डी.सी 3 , एन.डी.सी 4 , एन.डी.सी 5, एन.सी.सी 1  और एन.सी.सी 2  के प्रतिभागियोंके लिए:

पाठ्यक्रम शुल्क : 500 रुपये (50% छात्रवृत्ति)

 

गैर–भिक्षु तथा गैर–छात्रों के लिए:

पाठ्यक्रम शुल्क : 1000  रुपये

 

उपर्युक्त तथ्यों के अतिरिक्त, प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम से संबंधित पुस्तकें प्रदान की जाएगी, जिसका शुल्क लागत के आधार पर निर्धारित किया जाएगा। इस पाठ्यक्रम सामग्री में कुछ प्रकाशित पुस्तकें, पिछले शिक्षणों की प्रतियां और इस पाठ्यक्रम के लिए विशेष रूप से संकलित पुस्तकें भी शामिल हो सकता हैं।

 

भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की कृपा से, उपरोक्त शुल्क अत्यंत रियायती हैं। इसके परिणामस्वरूप, अधिक से अधिक लोग, अपने वित्तीय साधनों की चिंता किए बिना, इस पाठ्यक्रम का लाभ उठाने में सक्षम होंगे।